देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्�
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्�